गर्मी का मौसम हो या ठंडी का चाय सभी को बेहद पसंद होती है। चाहे वह महिला हो या पुरुष बच्चों से बड़ों तक सभी में चाय पीने का शौक काफी ज्यादा है। पर क्या आप जानते हैं चाय के सेवन से कितने तरह के नुकसान आपके शरीर पर होते हैं।

चाय को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां है। भारी मात्रा में चाय से होने वाले नुकसान से सभी लोग अपरिचित है देखा जाए तो सभी लोग 1 दिन में 7 से 8 बार रोजाना चाय का सेवन करते हैं, जो आपके शरीर के लिए काफी हानिकारक है।

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आज हम आपको अपने इस लेख में चाय से संबंधित कुछ जानकारियों को देने के लिए उपस्थित हुए हैं। आज हम आपको बताएंगे की अगर आपको चाय पीनी ही है तो आप कुछ ऐसी चाय का सेवन करें जो आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो ना की नुकसान दायक हो तो आइए बात करते हैं।

दूध से बनी हुई चाय के नुकसान

जब हम चाय बनाने के लिए दूध और चीनी का इस्तेमाल करते हैं तो चाय के गुण कम हो जाते हैं।चाय में दूध मिलाने से एंटी-ऑक्सिडेंट तत्वों की ऐक्टिविटी भी कम हो जाती है। जबकि चीनी डालने से कैल्शियम घट जाता है जिससे हमारा वजन बढ़ता है।

इससे एसिडिटी (जलन) की आशंका बढ़ जाती है। दरअसल, चाय में फाइब्रीन व एल्ब्यूमिन होते हैं, जबकि चीनी में टैनिन पाया जाता है। ये आपस में मिलकर ड्रिंक को खराब कर देते हैं। दूध में मौजूद प्रोटीन चाय के फायदों को खत्म कर देती है। इसलिए दूध वाली चाय शरीर के लिए फायदेमंद नहीं होती है। इसलिए दूध से बनी चाय के सेवन से हमें बचना चाहिए।

ज्यादा चाय पीना घबराहट और बेचैनी बढ़ाता है। क्योंकि चाय में कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। हालांकि कॉफी से कम होती है, लेकिन ज्यादा चाय पीना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

जरूरत से ज्यादा चाय पीने से आपको इनडाइजेशन हो सकता है। इसलिए हमें दूध से बनी चाय का सेवक कम से कम करना चाहिए।

खाली पेट ज्यादा चाय पीने से पेट की दिक्कत बढ़ती है और इससे आपको ऐसिडीटी की दिक्कत हो सकती है।

न्यू इंग्लैंड ऑफ मेडिसिन की स्टडी के अनुसार ज्यादा चाय पीने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।

चाय के ज्यादा सेवन से नींद की प्रॉब्लम देखने को मिलती है,चाय में निकोटीन पाया जाता है जिसकी ज्यादा मात्रा आपके शरीर के लिए हानिकारक है।

हद से ज्यादा चाय का सेवन इंसान को इसका आदि बना देता है, क्योंकि चाय में निकोटीन की मात्रा पाई जाती है जो एक नशे की तरह होती है। जिससे इसके न मिलने पर बेहद थकान महसूस होती है और कई बार चिड़चिड़ापन भी होने लगता है।

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की स्टडी के अनुसार ज्यादा गर्म चाय पीने से पेट को जोड़ने वाली नलियों पर असर पड़ सकता है। जिससे कैंसर भी हो सकता है।

गर्मी के मौसम में दूध की चाय की जगह अगर आप हर्बल चाय पिएं, तो आपको ज्यादा लाभ मिलेंगे। हर्बल चाय एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं इसके सेवन से कैंसर, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसे रोगों से हमें बचाती हैं और शरीर से टॉक्सिन्स (गंदगी) को बाहर निकालती हैं।

ऐसे कई हर्ब्स (जड़ी-बूटियां) हैं, जो गर्मी के मौसम में आपके शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं और लू, हीट स्ट्रोक और पेट की समस्याओं से हमें बचाते हैं। खास बात ये है कि इन हर्बल चाय के रोजाना सेवन से आपका मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे आपके शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी भी कम हो जाती है। चलिए तब बात करते हैं गर्मी में कौन-कौन सी हर्बल चाय का हमें सेवन करना चाहिए और उसके फायदे और बनाने की विधि के क्या है।

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पुदीने की चाय

पुदीना पेट के लिए बहुत फायेदमंद माना जाता है। दुनिया के जिन हर्ब्स में सबसे ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, पुदीना उनमें से एक है। पुदीने में विटामिन ए, मैग्नीशियम, फॉलेट और आयरन भरपूर होता है। ये पेट में बनने वाले पाचक रस को बढ़ाता है, जिससे पाचन बेहतर होता है और पेट की सभी समस्याएं दूर करता है।

उबलते पानी में दो बड़े चम्मच पुदीना के पत्ते डालकर दस-पंद्रह मिनट तक उबालें। उबलने के बाद इसे छानकर पिएं। मीठेपन के लिए आप इसमें एक चम्मच शहद डाल सकते हैं।

पुदीने में मेंथॉल पाया जाता है जिससे स्किन को ठंडक मिलती है।अगर आपको एलर्जी की प्रॉब्लम है तो एक कप पुदीने की चाय आपके लिए काफी लाभदायक होगा।

पुदीने की चाय वजन कम करने में भी कारगर होता है।

पुदीने की चाय बॉडी में शुगर की मात्रा को भी नियंत्रित रखती है।

सफर करने से पहले एक कप पुदीने की चाय पी लेने से उल्टी या चक्कर की शिकायत भी नहीं रहती।

सुंदर बालों के लिए भी पुदीने की चाय फायदेमंद मानी जाती है।

पुदीने की चाय पेट दर्द, एसिडिटी में आराम दिलाती है।

तुलसी की चाय

तुलसी को आयुर्वेद में बहुत गुणकारी माना जाता है। तुलसी भी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। तुलसी की चाय बनाने के लिए एक पैन में एक कप पानी लें और इसे उबलने तक गर्म करें। उबाल आने के बाद पैन को आंच से हटा लें और इसमें 6-7 तुलसी की पत्तियों को अच्छी तरह धोकर डाल दें। 2 मिनट ढक कर रखने के बाद चाय को कप में छान लें।

अब इसमें आधा नींबू का रस और एक छोटा चम्मच शहद मिलाकर पिएं। ये चाय आपके पेट, आंखों, किडनी, लिवर और दिल के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी। दिन में 2 बार रोजाना ये चाय पीकर आप अपना वजन भी तेजी से घटा सकते हैं।आइए जानते हैं तुलसी चाय पीने से होने वाले फायदों के बारे में।

जो लोग डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे हैं, तुलसी की चाय उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। नियमित रूप से तुलसी की चाय पीने से शरीर में शुगर का स्तर कम हो जाता है।

तुलसी हमारे शरीर की उपापचयी क्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने में हमारी मदद करता है।

तुलसी की चाय हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है। जिससे हमारे शरीर को अनेक रोगों से रक्षा मिलती है। तुलसी में कई ऐसे औषधीय गुण है, जो शरीर को हानिकारक कणों से बचाते हैं। नियमित रूप से तुलसी की चाय का सेवन करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।

तुलसी की चाय में ऐंटीआक्सिडंट गुण पाए जाते हैं जो शरीर के हानिकारक तत्वों का खत्म करती है। जिससे कि हमारी त्वचा स्वस्थ रहती है।तुलसी की चाय में पॉलीफेनॉल पाया जाता है जो त्वचा को दाग-धब्बो व झुर्रियों से हमारे शरीर को बचाता है।

तुलसी की चाय बालों की जड़ों को ड्राई होने से बचाता है जिससे बाल झड़ने की समस्या से निजात मिलती है।

तुलसी की चाय के नियमित सेवन से कैंसर की सम्भावनाओं में कमी आती है। तुलसी कैंसर को जन्म देने वाली अनियंत्रित कोशिकाओं को विभाजित होने से रोकता है और कैंसर से हमारी शरीर की रक्षा करता है।

आजकल के भागदौड़ भरे जीवन की वजह से हर व्यक्ति बेचैनी और तनाव से ग्रसित है और इस कारण उन्हें अक्सर सिर दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। तुलसी की चाय पीने से इस समस्या से निजात मिलता है।

तुलसी हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है जिससे हमारे शरीर को रोगों से रक्षा मिलती है। तुलसी की चाय पीने से शरीर में हानिकारक तत्वों का स्तर तेजी से कम होता है जिससे हमारे मस्तिष्क को आराम की अनुभूति होती है।यह हमें बुखार और जुकाम के लिए जिम्मेदार सूक्ष्म-कणों से लड़ने में मदद करता है।

तुलसी की चाय के सेवन से उपापचन की प्रक्रिया सुदृढ़ होती है जिससे कि अतिरिक्त वसा का उपयोग पाचन के लिए आवश्यक ऊर्जा में हो जाता है और हमरा वजन घटना शुरू हो जाता है।

तुलसी की चाय शरीर में शुगर का स्तर भी नियंत्रित करती है और शरीर में अनावश्यक चरबी को जमा होने से रोकती है।

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ग्रीन टी

ग्रीन टी को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। ग्रीन टी में कई महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म का स्तर बढ़ाते हैं और वजन कम करने में मदद करते हैं। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ग्रीन टी का रोजाना सेवन करने से डायबिटीज, कैंसर और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव करता है।

टी बैग वाली ग्रीन टी के बजाय खुली (लूज) ग्रीन टी का इस्तेमाल ज्यादा फायदेमंद होता है। एक कप उबलते हुए पानी में एक चम्मच ग्रीन टी डालें और 3-4 मिनट के लिए ढक दें। आपकी ग्रीन टी तैयार हो जायेगी। अगर आपको ग्रीन टी का स्वाद कड़वा लगता है, तो इसमें एक चम्मच शहद मिला सकते है।

अगर आप रोजाना खाली पेट ग्रीन टी के साथ शहद, नीबू के रस पाउडर के साथ मिक्स कर पिएंगे तो आपका वजन बहुत जल्द कम हो सकता है।
सिर दर्द में भी ग्रीन टी पीना बहुत लाभकारी माना जाता है।इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स सर दर्द कम करने में मददगार होता है।
ग्रीन टी पीने से ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है।

यह आपके मेटाबॉलिज्म के स्तर को नियंत्रित करता है, साथ ही आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है।
ग्रीन टी में उपस्थित ऑक्सीडेंट से बालों का झड़ना कम होता है और दांत में कीड़े लगने से हमारी रक्षा करता हैं। ग्रीन टी के फायदों के कारण, हमें सामान्य चाय के बजाय ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए।

गुलाब के फूल की चाय

गुलाब के फूलों में भी कई तरह के गुण पाए जाते हैं। ये चाय इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाती है और इसे पीने से त्वचा की चमक बढ़ती है साथ ही चेहरे पर निखार आता है। गुलाब में विटामिन ए, विटामिन बी3, विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन ई मौजूद होते हैं। इसलिए इसे पीने से शरीर की चर्बी तेजी से कम होती है और शरीर में मौजूद अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकलते हैं। गुलाब की चाय बनाने के लिए डेढ़ कप पानी लें और इसमें एक ताजे गुलाब की पत्तियां डाल दें। अब 1 मिनट तक तेज आंच पर उबालने के बाद इसे 3 मिनट के लिए ढक कर रख दें। इसके बाद चाय को छानकर पिएं।

गुलाब के फूल की चाय के सेवन से गर्मी के दिनों में हमारी त्वचा पर पढ़ने वाले कील, मुंहासे की समस्या से निजात मिलता हैं।

गुलाब के फूल की चाय सेवन से त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे बालों का झड़ना, सिर में खुजली होना इनसे निजात मिलती है।

गुलाब के फूल की चाय के सेवन से हमारा मेटाबोलिक रेट भी बढ़ता है साथ ही इसके नियमित सेवन से हमारी पाचन क्रिया भी अच्छी रहती है।

गुलाब के फूल की चाय के सेवन से हमें मानसिक तनाव,थकावट ,अनिद्रा बेचैनी से राहत मिलती है।

प्याज की चाय

प्याज की चाय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। प्याज में क्‍वेरसेटिन नाम का तत्‍व होता है, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में शरीर की मदद करता है। इसे पीने से आप लंबे समय तक जवान बने रहते हैं क्योंकि क्‍वेरसेटिन त्वचा को बूढ़ा होने से रोकता है।

गर्मी में प्याज की चाय पीने से आप लू से बचे रह सकते हैं। प्याज की चाय बनाने के लिए एक छोटी प्याज को काटकर रख लें। अब डेढ़ कप पानी उबालें और उसमें प्याज के टुकड़े डाल दें। 1 मिनट आंच पर रखने के बाद आंच बंद कर दें।

अब इसमें एक चम्मच ग्रीन टी या एक ग्रीन टी बैग डालकर 2 मिनट के लिए ढक दें। अब चाय को कप में छान लें और इसमें आधा नींबू का रस मिलाकर पिएं।

पुदीने की चाय

प्याज की चाय के सेवन से हाइपरटेंशन से निजात मिलता है।

प्याज की चाय के सेवन से बुखार,सर्दी, खांसी या जुखाम से ग्रसित व्यक्ति को जल्द आराम मिलता है।

अक्सर लोगों में नींद ना आने की समस्या देखने को मिलती है इससे निजात पाने के लिए आप अगर प्याज की चाय का सेवन करें तो आपको जल्द इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

आप अपने बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए प्याज की चाय का नियमित इस्तेमाल कर सकते हैं।

इस लेख के माध्यम से हमने आपको दूध से बनी हुई चाय के हानियों के बारे में बताया और जाना की हमें दूध से बनी चाय का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए।इस लेख में हमने ऐसे 5 चाय के बारे में बताया है जिसके सेवन से आपको विभिन्न प्रकार के लाभ मिलेंगे साथ ही साथ यह आपकी शरीर आपकी त्वचा के लिए लाभकारी साबित होंगे

आशा करता हूं हमारे द्वारा लिखा या लेख आपको पसंद आया होगा इन 5 चाय से जुड़ी सभी बातों को हमने आपके सामने रखा है इसके अलावा और कोई भी प्रश्न आपके मन में उठ रहा हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं हम आपके लिए सदैव तत्पर है।

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