मोतियाबिंद प्रतिवर्ष 1 मिलियन से भी ज्यादा लोगो में भारत में देखे जाते हैं। एक सामान्य व स्वास्थ्य आंखे सभी वस्तुओं को स्पष्ट देख सकती है लेकिन मोतियाबिंद की समस्या से ग्रसित आंखों की दृष्टि धुंधली होती है। मोतियाबिंद की समस्या से ग्रसित व्यक्ति को ऐसे और भी असामान्य लक्षण होते हैं। आज के इस लेख में हम मोतियाबिंद से जुड़े हर प्रकार की समस्या तथा इसकी पहचान से जुड़े हर तथ्य को जानेंगे जो कि निम्न प्रकार हैं।

मोतियाबिंद (Cataract)
मोतियाबिंद क्या है? – What is Cataract in Hindi 

एक मोतियाबिंद से ग्रस्त व्यक्ति की आँखों के लेंस भाग में बादल की तरह फैलता है जो आँखों की दृष्टि में कमी करता है। मोतियाबिंद का आँखों में विस्तार अक्सर धीरे-धीरे होता हैं। मोतियाबिंद एक या दोनों आंखों में हो सकता हैं। अगर लक्षणों की बात करते है तो धुंधली या दोहरी दृष्टि, तेज रोशनी से परेशानी अन्य प्रकार की समस्या हो सकती है।

मोतियाबिंद कितने प्रकार के होते हैं – What are the Types of Cataract in Hindi

न्यूक्लीयर स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद (Nuclear Sclerotic Cataract)

न्यूक्लीयर स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद (Nuclear Sclerotic Cataract)

इस प्रकार के मोतियाबिंद आंखों लेंस के केंद्र में विकसित होते हैं और यह समय के अनुसार बढ़ते रहते हैं, जिससे व्यक्ति को किसी भी वस्तु को देखने तथा समझने में समस्या आती है। उन्हे हर वह वस्तु डबल नजर आती है अर्थात वह वस्तु दो अलग-अलग एक समान स्थिति में नजर आती है। न्यूक्लियर स्क्लेरोटिक मोतियाबिंद में व्यक्ति की आंखों का लेंस का भाग पीलापन होता है।

कोर्टिकल मोतियाबिंद (Cortical Cataract)

कोर्टिकल मोतियाबिंद (Cortical Cataract)

इस प्रकार मोतियाबिंद में व्यक्ति के आंखों के लेंस के रिम में सफेद पच्चर जैसी ओपेसिटी बनती है, जो लेंस की परिधि में शुरू होती है और  यह सफेद ओपेसिटी आंखों के लेंस के केंद्र बिंदु तक फैलाव करते हैं, जिससे आंखों पर किसी वस्तु का प्रतिबिब या प्रकाश सही प्रकार नहीं पहुँचता है, कोर्टिकल मोतियाबिंद से ग्रसित व्यक्ति को चकाचौंध भरी लाइट में देखने में अत्यधिक समस्या होती है।  

पश्च-अवचेतन मोतियाबिंद (Posterior Subcapsular Cataract)

पश्च-अवचेतन मोतियाबिंद (Posterior Subcapsular Cataract)

इस प्रकार के मोतियाबिंद आंखों के लेंस के पीछे के हिस्से को प्रभावित करता है या एक छोटे व पारदर्शी के रूप में विकसित होता है, जिसे खुली आंखों से देखना संभव नहीं है। जिससे व्यक्ति को किसी शब्दो या वर्ड को पढ़ने में कठिनाई होती है। Posterior Subcapsular Cataracts मधुमेह से ग्रसित व्यक्तियों में सामन्यतः अधिक देखा जाता है। 

मोतियाबिंद के लक्षण – Symptoms of Cataract in Hindi 

  • मोतियाबिंद के रोगी को रात के दौरान स्पष्ट नजर आने में समस्या उत्पन्न होती है।
  • मोतियाबिंद से ग्रसित व्यक्ति रंगों का अंतर को समझ पाने में समस्या होती है।
  • प्रकाश और चकाचौंध के प्रति समस्या होना।
  • चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस प्रिस्क्रिप्शन में बार-बार बदलाव
  • मोतियाबिंद से ग्रसित व्यक्ति को हर वस्तु एक दोहरी दृष्टि नजर आती है। अगर व्यक्ति दृष्टि दोष के कारण चश्मा का प्रयोग करता है लेकिन फिर भी चश्मों के नंबर में उसका निरंतर परिवर्तन होता रहता है तो संभवत ऐसे में व्यक्ति को मोतियाबिंद की समस्या हो सकती है।

मोतियाबिंद होने के कारण – Due to Cataract in Hindi 

  • जिन व्यक्ति को मधुमेह की समस्या होती है इस प्रकार के लोगों को भी मोतियाबिंद होने का खतरा ज्यादातर होता है लेकिन इस बात वैज्ञानिक तौर पर सिद्ध नहीं कर पाया गया है इसके कारण क्या है?
  • किसी व्यक्ति की आंखों के लेंस के उत्तक की क्षति किसी प्रकार भी हुई होती है तो संभवत मोतियाबिंद की समस्या हो सकती है। 
  • मोतियाबिंद की समस्या का होना एक आनुवांशिक भी हो सकता है। 
  • अगर हाल ही में आंखों की सर्जरी हुई है या आप लगातार कैंसर विकिरण के संपर्क में बराबर रहते हो तो यह मोतियाबिंद उत्पन्न कर सकता है। यह सभी मोतियाबिंद के होने के कारण को बढ़ावा तथा कारण बनता है

मोतियाबिंद की सर्जरी – Cataract Surgery in Hindi 

सर्प्रथम आपकी दृष्टि का टेस्ट किया जाता है और लेंस और आंख के अन्य भाग को देखने के लिए लाइट माइक्रोस्कोप का प्रयोग किया जाता है, जिससे की आंखों की जांच होती हैं। इस प्रकार से मोतियाबिंद होने की संभावना की जांच की जाती है। 

मोतियाबिंद की सर्जरी - Cataract Surgery in Hindi 

मोतियाबिंद के लिए सर्जरी अगर मोतियाबिंद आंखों की दृष्टि ज्यादा प्रभावित करती है जिससे चश्मे या कांटेक्ट लेंस के माध्यम से ठीक नहीं किया जा सकता तो सर्जरी के माध्यम से मोतियाबिंद को हटाया जाता है। यदि मोतियाबिंद दोनों आंखों में मौजूद होता है, तो एक बार में एक आंख की सर्जरी की जाती है। डॉक्टर आंख में छोटा सा चीरा लगाता है और अल्ट्रासोनिक तरंगों का उपयोग करके लेंस को तोडा जाता है और  इसके स्थान पर इन्ट्रोक्युलर लेंस रखा दिया जाता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

हमने आपको अपने इस Article के माध्यम से मोतियाबिंद के बारे में जानकारी दी है। इसके साथ ही हमने आप को मोतियाबिंद के लक्षण, कारण, मोतियाबिंद का इलाज तथा मोतियाबिंद के प्रकार के बारे में जानकारी दी है।

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