एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल क्या होता है? (What is extra virgin olive oil?)
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल अर्थात जैतून का तेल जिसे बनाने की प्रक्रिया बेहद ही आसान है। बाजार में मुख्य रूप से तीन प्रकार के ऑलिव ऑयल मौजूद हैं। एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, ऑलिव ऑयल, रिफाइंड ऑलिव ऑयल, हालांकि एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल को स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद ही अच्छा माना गया है,क्योंकि इसका निर्माण बिल्कुल ही नेचुरल तरीकों से किया जाता है। यही कारण है कि यह बेहद फायदेमंद होता है।
बाजार में एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को खरीदते समय इसके स्टिकर को ध्यानपूर्वक पढ़कर ही खरीदना चाहिए क्योंकि बाजार में इसका अधिक मांग होने की वजह से लोग डुप्लीकेट एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का उत्पादन कर रहे हैं जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है।
ऑलिव ऑयल के प्रकार (Types of olive oils)
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को बाजार में मिलने वाले सभी प्रकार के तेलों के मुकाबले सबसे अच्छा एवं स्वास्थ्य वर्धक तेल माना गया है। इसे कोल्ड प्रोसैस्ड मेथड के माध्यम से निकाला जाता है, इसका यह कारण है कि इसे अधिक तापमान में आने से रोका जा सके।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में वर्जिन ऑलिव ऑयल के मुकाबले अम्लीय सामग्री बेहद कम पाई जाती है। यही कारण है कि इसे सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह प्राकृतिक स्वाद और सुगंध को बनाए रखता है, यही कारण है कि इसे स्वास्थ्य कारणों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का उपयोग आप किसी भी तरीके से कर सकते हैं।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल 100% तक शुद्ध होने के कारण इसका स्मोकिंग पॉइंट बेहद ही कम होता है। यही कारण है कि आप इस तेल के माध्यम से किसी भी चीज को डीप फ्राई नहीं कर सकते हैं इसका इस्तेमाल आप सलाद ब्रेड या फिर किसी अन्य खाद्य पदार्थ में लगाकर आसानी से कर सकते हैं। यदि आप एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में सब्जियों अथवा अन्य खाद्य पदार्थ को पकाते तो उनमें मौजूद सभी प्रकार के विटामिंस नष्ट हो जाते है।
वर्जिन ऑलिव ऑयल
रिफाइंड ऑलिव ऑयल
रिफाइंड ऑलिव ऑयल को काले अथवा पके हुए जैतून के फलों से निकाला जाता है। रिफाइंड ऑलिव ऑयल में एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल की मात्रा काफी कम होती है जो हमें कोलोन कैंसर होने से बचाने में बेहद कारगर साबित होता है। हालांकि इसका उपयोग कभी-कभी करने को कहा जाता है क्योंकि इसे अन्य तेलों के मुकाबले कम गुणवत्ता वाले तेलों की श्रेणी में रखा गया है यही कारण है कि इसका उपयोग केवल खाना पकाने में ही किया जाता है।
आप चाहें तो इसे उच्च तापमान पर भी पका सकते हैं क्योंकि इसमें अन्य दिनों की तरह फैट और कैलोरी की मात्रा अधिक पाई जाती है।
प्योर ऑलिव ऑयल
ऑलिव पोमेस ऑयल
ऑलिव पोमेस ऑयल जो बेहद ही कम गुणवत्ता वाला ऑलिव ऑयल है जिसे जैतून के फलों के अवशेष से बनाया जाता है जब जैतून के फलों को दबाया जाता है तो उसमें मौजूद पानी और तेल निकाल जाता है। हालांकि पोमेस ऑयल की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए इसमें थोड़ी मात्रा में एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल मिलाया जाता है यही कारण है, कि यह बाजार में बेहद ही कम कीमतों पर उपलब्ध है।
बाजारों में मिलने वाले सभी प्रकार के ऑलिव ऑयल की अपेक्षा एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को बेहद ही अच्छा माना गया है। ज्यादातर भारतीय घरों में खाना पकाने के लिए मूंगफली, सोयाबीन या फिर सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है, अर्थात इनका उपयोग स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के स्वाद और फायदों की वजह से भारतीय घरों में इसका उपयोग काफी तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि अभी भी लोग इसके फायदों से अछूते हैं, आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी उपलब्ध कराएंगे जो आपके और आपके परिवार के लिए बेहद ही स्वास्थ्यवर्धक हो सकता है।
ऑलिव ऑयल कितने प्रकार का होता है? (How many type of olive oil?)
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल (Extra virgin olive oil)
एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल को 100% तक शुद्ध माना गया है, हालांकि इसका स्मोकिंग पॉइंट बहुत कम होता है अर्थात इसे कम आज पर भी पकाया जाए तो यह जल सकता है। यही कारण है की ज्यादातर इसका इस्तेमाल सलाद, ब्रेड या फिर किसी खाद्य पदार्थ लगाकर किया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल में सब्जियां आदि पकाते हैं तो सब्जियों में मौजूद सभी विटामिन नष्ट हो जाते हैं।
वर्जिन ऑलिव ऑयल (Virgin olive oil)
वर्जिन ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल आप सभी प्रकार की सब्जियों को बनाने तथा फ्राइंग करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, हालांकि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव आयल के मुकाबले वर्जिन आयल में ओलिक एसिडिटी स्तर थोड़ा ज्यादा होता है।
रिफाइंड ऑलिव ऑयल (Refined olive oil)
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के अपेक्षा रिफाइंड ऑलिव ऑयल की कीमत काफी कम होती है। इसका इस्तेमाल खाना बनाने के लिए काफी अच्छा माना जाता है। हालांकि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के मुकाबले रिफाइंड ऑलिव ऑयल मैं मिनरल्स तथा विटामिन का लेवल काफी कम होता है।
प्योर ऑलिव ऑयल (pure olive oil )
प्योर ऑलिव ऑयल को एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के साथ मिला कर बनाया जाता है, हालांकि इसमें एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के मुकाबले विटामिंस और मिनरल्स की मात्रा काफी कम होती है।
100 ग्राम एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients found in 100 grams of extra virgin olive oil)
- vitamin k 7 % of Daily Value
- vitamin E 13 % D V
- Monounsaturated fat 73 %
- Saturated fat 14 %
- omega 6 9 .7 %
एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल के फायदे क्या है? (What are the benefits of Extra Virgin Olive Oil?)
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल एंटीऑक्सीडेंट और हेल्दी फैट का मुख्य स्रोत है।
सामान्य रूप से बाजार में मिलने वाले ऑलिव ऑयल में आवश्यक पोषक तत्व और एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा को नष्ट कर दिया जाता है। यही कारण है कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का उत्पादन करने पर कंपनियां यह सुनिश्चित करती है कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में सभी पोषक तत्व तथा एंटीऑक्सीडेंट मौजूद हैं।
मुख्य रूप से एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल मैं 30 से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के फेनोलिक यौगिक मौजूद होते हैं। यह सभी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर की सभी कोशिकाओं को नुकसान होने से बचाता है। इसके अलावा एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल एंटीऑक्सीडेंट और मोनो अनसैचुरेटेड फैट का भी मुख्य स्रोत है, जो हृदय के स्वास्थ्य लिए काफी अच्छा माना जाता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल दिल की बिमारियों को दूर करता है।
पूरी दुनिया में हृदय से संबंधित बीमारियों के कारण होने वाली मौत की संख्या सबसे अधिक है। एक अध्ययन में पाया गया कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में ऐसे सक्रिय योगिक पाए जाते हैं, जो हृदय को सुरक्षा प्रदान करवाते हैं। जैसे रक्तचाप को सामान्य करना और धमनियों को सख्त होने से रोकना आदि ।
एक विशाल अध्ययन जिसमें ,840,000 से ज्यादा डाटा शामिल थे, जिसमें पाया गया कि जो लोग सबसे अधिक एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का सेवन करते हैं।
उनमें ह्रदय से संबंधित रोग होने की संभावना 9% तक कम देखी गई है। और वहीं एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का सेवन ना करने वालों में मरने वालों की संख्या 11 % प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
एक्स्ट्रा विर्जिन ऑलिव ऑयल स्ट्रोक की समस्या को दूर करता है।
हृदय से सम्बंधित बीमारी के बाद स्ट्रोक को मौत का सबसे बड़ा कारण माना गया है, स्ट्रोक भी हृदय रोग से जुड़ा हुआ है। जिसका मुख्य कारण हाई कोलेस्ट्रोल और हाई ब्लड प्रेशर है, एक फ्रेंच अध्ययन के अनुसार जो लोग नियमित रूप से एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का सेवन करते हैं, उन्हें 41% स्ट्रोक का जोखिम कम पाया गया ।
निष्कर्ष से यह पता चलता है कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में एंटी ऑक्सीडेंट और मोनो अनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है, जो हृदय स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव डालता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल टाइप 2 डायबिटिज के जोख़िमों को दूर करता है।
भारत में करीब 28 करोड़ लोग टाइप 2 डायबिटीज की समस्या से ग्रसित है, मुख्य रूप से डाइबिटीज़ शरीर इंसुलिन की कमी की वजह से होता है। ये वह हार्मोन्स है जो रक्त से ग्लूकोज ( चीनी) को पूरे शरीर पूरे शरीर में पहुंचाता है।
और कोशिकाओं में ऊर्जा के रूप में प्रयोग किया जाता है। शोध में ऐसा पाया गया है कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में मौजूद फेनोलिक योगिक शरीर में इंसुलिन की मात्रा में सुधार करता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से अपने आहार में एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को शामिल है उनमें टाइप 2 डायबिटीज करीब 20% तक कम किया जा सकता है ।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को बेस्ट कुकिंग ऑयल कहा गया है।
बाजार में बहुत सारे अलग-अलग प्रकार के खाना पकाने वाले तेल मौजूद हैं, जो अपने आप में सबसे अच्छा होने का दावा करते हैं। हालांकि यह बात बिल्कुल असत्य है, क्योंकि वे तेल उच्च तापमान पर कैसी प्रतिक्रिया करते हैं, और उनमें मोनोसैचुरेटेड फैट की मात्रा कितनी होती है, इसका जांच करना बेहद आवश्यक है।
हालांकि इन सभी प्रक्रियाओं के बाद एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को बाजार में लाया जाता है। यदि आप नियमित रूप से एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव की जगह नारियल तेल, सरसों का तेल या फिर सोयाबीन के तेल का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं तो आपको स्वास्थ्य संबंधित विकार होने की संभावनाएं ज्यादा रहती है ।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में मुख्य रूप से पॉलीफेनोल्स जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो उम्र के बढ़ने के साथ साथ हड्डियों का नुकसान होने से रोकता है, एक शोध के अनुसार एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल हड्डियों में मौजूद कैल्शियम के टूटने से रोकता है। इसके अलावा हड्डियों को आपस मजबूती के साथ जोड़े रखता है ।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव आयल में मौजूद फेनोलिक एसिड मस्तिष्क के साथ को बनाए रखता है जिससे अल्जाइमर जैसे गंभीर रोग से बचा जा सकता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का उपयोग कैसे करें? ( How to use Extra Virgin Olive Oil?)
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के अनेको फायदे है, लेकिन इसका लाभ आप तब उठा सकते हैं, जब आप इसका उपयोग सही तरीके से करेंगे। हम आपको अपने इस लेख में एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव के उपयोग करने का सही तरीका बताएंगे।
- एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का उपयोग आप खाना बनाने में भी कर सकते हैं।
- एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल से आप अपने शरीर,बालों त्वचा की मालिश भी कर सकते हैं ।
- एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल को आप सलाद पर छिड़क कर भी उपयोग कर सकते हैं।
- आप चाहे तो एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को चेहरे तथा बालों पर भी लगा सकते हैं।
- इसका उपयोग आप ब्रेड तथा रोटी पर लगाकर भी कर सकते हैं।
क्या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव चेहरे के लिए फायदेमंद होता है? (Is extra virgin olive beneficial for face?)
जैसा कि हम सभी जानते हैं, सभी प्रकार के स्किन केयर प्रोडक्ट्स को साथ में रखना कठिन काम हो सकता है। इसके अलावा बाजार में रोजाना नए-नए प्रकार के स्किन केयर प्रोडक्ट लांच हो रहे हैं, स्किन केयर प्रोडक्ट की जगह यदि आप एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का उपयोग अपने चेहरे पर करते हैं तो यह आपके चेहरे की खूबसूरती को बनाए रखता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल पर हुए शोध बताते हैं,कि इनमें फैटी एसिड मौजूद होते हैं, जो आपके लीवर को ऑक्सीडेटिव कर आपको तनाव की समस्या से बचा सकते हैं।
इसके अलावा शोध यह भी बताता है, कि चेहरे पर होने वाले सनटैन तथा झुर्रियों को एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल लगाकर रोका जा सकता है क्योंकि एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है जो फ्री रेडिकल की क्षति से लड़ने का कार्य करता है। हालांकि इसका बहुत ज्यादा उपयोग त्वचा में छिद्र की समस्या को पैदा कर सकता है इसलिए सप्ताह में सिर्फ एक बार ही एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का इस्तेमाल चेहरे पर करना चाहिए।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल से होने वाले नुकसान क्या है? (What is the side effect from extra virgin olive oil?)
जिस प्रकार एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल के सेवन से अनेकों फायदे हैं ठीक उसी प्रकार इसके अधिक इस्तेमाल से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं तो आइए जानते हैं, अधिक एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
- त्वचा पर एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का अधिक इस्तेमाल कील मुंहासे की समस्याओं को बढ़ा सकता है, यदि आपकी त्वचा तैलीय है, तो ऐसे में आपको एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल के इस्तेमाल से बचना चाहिए। . इसके अलावा एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल के ज्यादा इस्तेमाल से आपके त्वचा पर जलन, चकत्ते, मुँहासे एवं लालपन भी आ सकते हैं।
- बहुत अधिक ऑयली स्किन पर भी एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल का सेवन कम करना चाहिए। एक शोध में पता चला है, कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में ओलिक एसिड की मात्रा पाई जाती है, जिसका अधिक इस्तेमाल करने से त्वचा की प्राकृतिक नमी धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है।
- यदि आपकी त्वचा ऑयली है तो ऐसे में यदि आप नियमित रूप से एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का सेवन करते हैं, तो आपको ब्लैक हेड्स की समस्या हो सकती है।
- कई लोगों को एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल को अपनी त्वचा पर लगाने से एलर्जी की समस्याएं होने लगती हैं ऐसा होने पर आप जल्द से जल्द एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का सेवन अपने त्वचा पर बंद कर दें अन्यथा आपको गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- अधिक मात्रा में एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का सेवन ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर चक्कर आना, स्ट्रोक तथा किडनी से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकता है।
- एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव आयल में फैट की मात्रा अधिक होने की वजह से पाचन से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा होने पर आपको गैस्ट्रिक तथा दस्त की समस्याएं हो सकती है।
वर्जिन ऑलिव ऑयल और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में क्या अंतर है?
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को शुद्ध कोल्ड प्रेस्ड ऑलिव के माध्यम से तैयार किया जाता है, और वही ऑलिव ऑयल को कोल्ड प्रेस्ड और प्रोसेसड ऑयल के माध्यम से तैयार किया जाता है। हालांकि इनमें पाए जाने वाले कुछ अशुद्धियों को दूर करने के लिए इन्हें अलग अलग किया जाता है। जिससे तेल में मौजूद कड़वाहट को दूर किया जा सके।
क्या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव आपके लिए अच्छा है?
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल एंटी ऑक्सीडेंट और गुड फैट का एक अच्छा स्रोत है, शोध में पाया गया की एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव के नियमित सेवन से हार्ड अटैक तथा स्ट्रोक जैसी समस्याओं से निजात पाया जा सकता है, क्योंकि इनमें मोनोसैचुरेटेड की मात्रा की पाई जाती है।
क्या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को त्वचा के सौंदर्य के लिए अच्छा माना गया है?
जी हां एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल पूर्ण रूप से स्किन केयर ऑयल है क्योंकि इसमें विटामिन e मिनरल्स और प्राकृतिक नमी के तत्व मौजूद होते हैं। जो त्वचा को काफी नरम बनाते हैं यदि आप अपनी त्वचा में नमी बरकरार रखना चाहते हैं, तो एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल पाचन क्रिया में सुधार करता है?
अन्य तीनों के जगह पर यदि आप एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल का सेवन करते हैं तो यह आपको पाचन संबंधित समस्याओं से निजात दिलाकर गैस्ट्रिक तथा अल्सर जैसे गंभीर बीमारियों से जल्द ही निजात दिलाता है।
क्या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को दिन के स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना गया है?
जी हां एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल में काफी अधिक मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट तथा मोनोसैचुरेटेड फैट पाया जाता है, जो हाई कोलेस्ट्रोल के लेवल को सुधार कर एचडीएल के स्तर में भी सुधार करता है।
क्या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल आंखों के लिए भी फायदेमंद है?
आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर उम्र का व्यक्ति लैपटॉप, मोबाइल आदि का सेवन ज्यादा से ज्यादा करता है जिससे उनकी आंखों को ज्यादा प्रभावित करता है जिससे उनकी दृष्टि कमजोर हो जाती है, ऐसे में रात को सोते समय एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल से आंखों के नीचे मसाज करने से काफी राहत मिलता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज को दूर किया जा सकता है?
जी हां एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल के सेवन से टाइप टू डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी को दूर किया जा सकता है , कई शोध में पाया गया कि एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल इंसुलिन तथा ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य बनाए रखता है।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल बालों के लिए किस प्रकार फायदेमंद है?
एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल में विटामिन k पाया जाता है, जो बालों में नमी बरकरार रखता है इसके अलावा यहां बालों को यूवी किरणों से भी बचाता है। इसके साथ ही एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल में मौजूद ओमेगा 6 फैटी एसिड होने की वजह से बालों को लंबा तथा घना कर क्षतिग्रस्त बालों की मरम्मत करने में मदद करता है। इतना ही नहीं एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल बालों में मौजूद रूसी तथा फंगल को भी दूर करने में मदद करता है।
क्या एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को रात भर सिर पर लगाया जा सकता है?
जी हां आप चाहें तो एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल को पूरी रात सिर पर लगाकर सो सकते हैं लेकिन इसका उपयोग ज्यादा करने से आपके बाल अत्यधिक नरम हो जाएंगे जिसकी वजह से वह कमजोर भी हो सकते हैं इसलिए बेहतर होगा कि आप सप्ताह में सिर्फ एक से दो बार ही एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल को अपने सिर पर लगाएं।
क्या गर्भावस्था में एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल लेना सुरक्षित है ?
यूं तो गर्भावस्था के दौरान किसी भी चीज को लेने से पहले डॉक्टर या फिर घर के लोगों से सलाह लेना चाहिए कि वह आपके और आपके भूर्ण में पल रहे बच्चे के लिए कितना सुरक्षित है, खैर यदि आप गर्भावस्था के दौरान अगर एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए बिल्कुल ही सुरक्षित माना गया है।
आप चाहें तो बेशक इसे अपने आहार में शामिल कर सकती है। यदि आप गर्भावस्था के दौरान एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल का सेवन करते हैं, तो यह आपके और आपके बच्चे के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
क्या बच्चों को एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल से मालिश करना सही है?
यूं तो बच्चे हो बुजुर्ग हो या फिर बड़े सभी को मसाज करवाना बेहद ही पसंद आता है, बच्चों के शारीरिक विकास के लिए उनका मालिश करना बेहद जरूरी होता है, बच्चों को मालिश करने के लिए यूं तो बाजार में कई तेल मौजूद है, जैसे नारियल का तेल, सरसों का तेल, बादाम का तेल लेकिन बच्चों के सही शारीरिक विकास के लिए आप एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव ऑयल तेल से मालिश कर सकते हैं।
हमने आपको अपनी इस लेख के माध्यम से एक्स्ट्रा वर्जिन आयल के बारे में पूरी जानकारी दी है,हमें उम्मीद है हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख से आप संतुष्ट होंगे यदि आपको हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करनी हो तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमें अवश्य बताएं हम आपकी सेवा में अवश्य तत्पर हैं।
धन्यवाद।